
रायपुर।2.12.20 : राज्य के बचे जिलों में अब सीरो सर्वे नहीं कराया जाएगा। बता दें कि इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च ने छत्तीसगढ़ के दस जिलों में सीरो सर्वे किया था। इसमें 20 विकासखंडों में सीरो के लिए सैंपल लिया गया था। इसमें आइसीएमआर की टीम ने इन दस जिलों से कुल 5083 सैंपल संकलित किए। प्रत्येक जिले से आम नागरिकों के औसतन 240 और उच्च जोखिम वर्गों से 260 सैंपल लिए गए थे। विभाग के अनुसार सीरो सर्वे में 5.56 फीसद लोगों में एंटीबाडी पाई गई थी। कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों में सीरो सर्वे कराने की योजना बनाई थी। इसके लिए आइसीएमआर को इन्होंने पत्र भी लिखा, लेकिन बाद में इस योजना को लेकर ना राज्य सरकार ने कोई रूचि दिखाई और ना ही स्वास्थ्य विभाग ने। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार अभी की स्थिति में अगर सीरो सर्वे कराया जाता तो वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी मिल सकती थी।
हर्ड इम्युनिटी को जानें: समाज या समूह के कुछ प्रतिशत लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास के माध्यम से संक्रामक के प्रसार को रोकना है। इस प्रक्रिया में यह है कि यदि पर्याप्त लोग प्रतिरोधक क्षमता (प्रतिरक्षित) हों तो किसी समाज या समूह में रोग के फैलने की शृंखला को तोड़ा जा सकता है।
सीरो सर्वे को समझें: किसी भी स्थान या शहर में कितने लोग संक्रमण या बीमारी की स्थिति का आकलन करने के लिए सीरो सर्वे कराया जाता है। सर्वे में नतीजे के आधार पर यह माना जाता है, कि उस इलाके की कितनी आबादी संक्रमित हो चुकी है या उनमें महामारी के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित हो गई है।
पहले किए गए सर्वे की स्थिति, इतने फीसद में मिली थी एंटीबाडी
जिला – फीसद
रायपुर -13.06
दुर्ग – 8.61
जांजगीर-चांपा – 8.2
राजनांदगांव – 3.75
बलौदाबाजार-भाटापारा – 5.57
बिलासपुर – 7.2
जशपुर – 1.51
कोरबा – 2.79
मुंगेली – 3.64
बलरामपुर-रामानुजगंज – 1.74