
रायपुर : देश की राजधानी दिल्ली में पंजाब और हरियाणा समेत देशभर के किसान पिछले 12 दिनों से जुटे हुए हैं और केंद्र से कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं. इस बीच किसान संगठन के प्रतिनिधियों और सरकार के बीच 6 दौर की बातचीत भी हो चुकी है, लेकिन आपसी सुलह नहीं हो सकी है. किसान सरकार से सिर्फ हां और ना में जवाब चाहती है.वहीं केंद्र की मनमानी से परेशान किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान कर दिया है. कई राजनीतिक पार्टियां भी इसके समर्थन में है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने भी 8 को किसानों के भारत बंद का सपोर्ट किया है. उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, किसान आज अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर 12 दिन से बैठे हुए हैं.
कांग्रेस पार्टी किसानों की मांगों का समर्थन करती है और 8 दिसंबर को बुलाए भारत बंद का भी समर्थन करती है.किसानों के भारत बंद का देश में व्यापक असर देखा जा सकता है. इस दौरान छत्तीसगढ़ में भी बाजार बंद रहेंगे. हालांकि जरूरी सेवाएं हमेशा की तरह चालू रहेंगे. 8 दिसंबर को कारोबार पूरी तरह से प्रभावित होगा. किसान और सरकार के बीच अब 9 दिसंबर को अगली मीटिंग होगी, लेकिन मसला किसी नतीजे पर पहुंचे इसके आसार कम ही नजर आ रहे हैं.