
रायपुर : पार्षद, विधायक फिर मंत्री उसके बाद अविभाजित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा के चले जाने से पूरा देश गम में डूब गया है. मंगलवार को कांग्रेस मुख्यालय (राजीव भवन) में उन्हें अंतिम दर्शन के लिए रखा गया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने भी उनके पार्थिव शरीर को कांधा दिया.राजीव भवन में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इस दौरान प्रदेश के कई दिग्गज मंत्री व नेता मौजूद रहे. कुछ समय बाद उनके पार्थिव देह के अंतिम संस्कार के लिए दुर्ग के लिए रवाना किया जाएगा.
शिवनाथ नदी के तट पर मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीत सत्र के दूसरे दिन यानी आज मोतीलाल वोरा को श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद सदन की कार्रवाई आज के लिए स्थगित कर दी गई. सभी मंत्री-विधायक उनके अंतिम दर्शन के बाद यात्रा में शामिल होंगे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राजनीतिक इतिहास में को राज्य की कमी हमेशा रहेगी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विकास में हमेशा उनका योगदान रहा. एक शांत और स्वच्छ छवि के नेता के चले जाने से का आज पूरा प्रदेश शोक व्यक्त कर रहा है. सीएम भूपेश ने मोतीलाल वोरा के साथ बिताएखास पलों को भी विधानसभा में साझा किया.