
रायपुर. छत्तीसगढ़ में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 1 दिसंबर से शुरू हुई धान खरीदी के बाद से 8 जनवरी तक करीब 75 प्रतिशत किसानों ने अपना धान बेचा है। राज्य में सबसे अधिक जिन जिलों में बेचा गया है, उनमें धमतरी, रायपुर तथा कवर्धा जिले शामिल हैं। सरकार ने इस साल 90 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है, इस समय तक 64 लाख 86 हजार मीट्रिक टन से अधिक की खरीदी हो चुकी है। राज्य में इस साल 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू हुई है, लेकिन इससे पहले अर्ली वेरायटी का धान लगाने वाले किसानों ने अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तथा नवंबर के शुरू मेें ही अपने धान की कटाई मिंजाई पूरी कर ली थी। किसानों को उम्मीद थी कि नवंबर से धान खरीदी शुरू होगी, लेकिन राज्य सरकार को समय पर केंद्र ने बारदानों की आपूर्ति नहीं हो पाने के कारण दिसंबर से धान खरीदी शुरू करनी पड़ी। इसके बाद जब दिसंबर से खरीदी शुरू हुई तो किसानों ने तेजी से धान बेचना शुरू किया।
सबसे अधिक खरीदी इन जिलों में प्रदेश में अब तक सबसे अधिक धमतरी में 87.2 प्रतिशत किसानों ने अपना धान बेचा है। इसके बाद कवर्धा जिले में धान बेचने वाले किसानों का प्रतिशत 86.58 प्रतिशत है। इसके बाद रायपुर जिलें में 82.06 प्रतिशत किसानों ने धान बेचा है। इनके अलवा बिलासपुर में 75.85 प्रतिशत, जांजगीर चांपा में 78.01,मुंगेली में 78.71,रायगढ़ 77.91,बालोद में 76.27,बेमेतरा 75.6, बलौदाबाजार में 77.84 प्रतिशत धान किसानों ने बेचा है। बस्तर, सरगुजा पिछड़े प्रदेश के मैदानी इलाकों में जहां धान का उत्पादन अधिक होता है, अधिक धान बेचा गया है, लेकिन बस्तर सरगुजा जहां धान का उत्पादन कम होता है वहां खरीदी भी कम हुई है। बस्तर में 56.86 प्रतिशत,बीजापुर में 67.43 प्रतिशत,दंतेवाड़ा में 42.65 प्रतिशत सूरजपुर में 58.94, सरगुजा में 59.63, बलरामपुर में 61.8 प्रतिशत किसानों ने अपना धान बेचा है। प्रदेश में अब तक किसानों ने 63.35 प्रतिशत रकबे का धान बेचा जा चुका है। राज्य में धान खरीदी 31 जनवरी तक चलेगी। अभी भी करीब 25 प्रतिशत किसानों के धान की खरीदी होनी है। धान बेचने के लिए पंजीयन कराने वाले 21 लाख 52 हजार 470 किसानों में से 16 लाख 7 हजार 348 किसानों ने धान बेचा है।