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भाजपा की परिवर्तन यात्रा का राजधानी में होगा भव्य स्वागत

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रायपुर - भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन यात्रा 26 सितंबर, मंगलवार को दोपहर 2 बजे रांवाभांठ स्थित मां बंजारी माता मंदिर से राजधानी में प्रवेश करेगी। मां बंजारी मंदिर में पूजा -

अर्चना पश्चात परिवर्तन यात्रा की अगवानी 500 मोटर सायकल के साथ भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता करेंगे। इसे लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा जिले से लेकर मंडल स्तर की बैठक संपन्न हुई। राजधानी में परिवर्तन यात्रा करीब 48 किलोमीटर की यात्रा तय करते हुए जयस्तंभ चौक  स्थित शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण-पुष्पांजलि अर्पित के साथ संपन्न होगी। 

परिवर्तन यात्रा मां बंजारी मंदिर से प्रारंभ होकर व्यास तालाब, जो कि रायपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में आता है, से बुधवारी बाजार होते हुए उरला चौक,सरोरा होते हुए रिंग रोड नंबर 2 पहुंचेगी। वहां से परिवर्तन यात्रा भनपुरी चौक पहुंचेगी जहां भनपुरी मंडल के कार्यकर्ता, जनता पारंपारिक पध्दति के साथ सांस्कृतिक नृत्य, ढोल – बाजे -गाजे के साथ भव्य स्वागत करेंगे। भनपुरी चौक से पाटीदार भवन होते हुए यात्रा रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के वीर शिवा जी वार्ड खमतराई में प्रवेश करेगी। पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में करीब 20 से अधिक स्थानों पर स्वागत मंच बनाए गए हैं। जगह जगह पुष्प वर्षा, आतिशबाजी विशाल जन समूह के द्वारा की जाएगी। परिवर्तन यात्रा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के संदर नगर में प्रवेश करेगी जहां से लाखेनगर, पुरानी बस्ती, कंकाली पारा, सदर बाजार,सिटी कोतवाली, कालीबाड़ी सिद्धार्थ चौक, टैगोर नगर होते हुए रायपुर ग्रामीण विधानसभा होते हुए उत्तर विधानसभा में प्रवेश कर फाफाडीह, एमजी रोड, शारदा चौक, जय स्तंभ चौक पर स्थित शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा स्थल पर पुष्पांजलि कार्यक्रम के बाद संपन्न होगी।

परिवर्तन यात्रा को लेकर राजधानी रायपुर में व्यापक स्तर एवं अलग अलग स्वागत प्वाइंट निर्धारित करते हुए तैयरियों को अंतिम रुप दिया गया है। तैयारियों को लेकर रायपुर जिले के सभी 16 मंडलों में 23 और 24 सितंबर को बैठकें हुईं हैं। राजधानी में परिवर्तन यात्रा के लिए प्रभारी की जिम्मेदारी वरिष्ठ भाजपा नेता व विधायक बृजमोहन अग्रवाल और भाजपा के प्रवतक्ता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत को सौंपी गई है। 

परिवर्तन यात्रा प्रभारी बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। राजधानी में परिवर्तन यात्रा के प्रवेश करते ही सरकार को यह संदेश अवश्य चला जाएगा कि अब उनके बोरिया-बिस्तर बांधने का समय आ गया है। परिवर्तन यात्रा को लेकर जो उत्साह और जनसमर्थन देखा जा रहा है। उससे यह तय हो गया है कि भूपेश सरकार और और भ्रष्टाचारी कांग्रेस सरकार के दिन लद गए हैं। प्रदेश की जनता स्वयं को ठगा साम महसूस कर रही है। जिन 36 वादों को लेकर कांग्रेस सरकार ने जनता को धोखा देने का काम किया है। अब प्रदेश की जनता ने मन बना लिया है कि उस सरकार को जड़ से ही उखाड़ फेंकना है। 

परिवर्तन यात्रा प्रभारी पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने पश्चिम विधान सभा के चारों मंडलों की बैठक लेकर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि एक वोट कमल, सारी समस्या का हल यह संदेश देने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने दंतेवाड़ा में मां दंतेश्वरी और जशपुर की माता खु डिया रानी का आशीर्वाद लेकर प्रदेश में जो दो परिवर्तन यात्रा प्रारंभ हुई है वह भूपेश सरकार को वापस विपक्ष में बिठाने का दृष्य  प्रस्तुत कर रही है। भाजपा कार्यकर्ताओं में जहां उत्साह है वहीं जन जन में भूपेश सरकार के खिलाफ भीषण आक्रोश है। प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ठप है। गांव, गली – मोहल्लों में नशे का कारोबार चल रहा है। पुलिस - प्रशासन के नाक के नीचे बहन – बेटियों के साथ अनचार, अत्याचार हो रहे हैं। भूपेश सरकार आंख – कान बंद कर बैठी है,जिसका परिणाम छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को भुगतना ही पड़ेगा।

उन्होंने कहाकि भाजपा लगातार जनहित के विषयों को लेकर धरना,प्रदर्शन और आंदोलन के माध्यम से इस अंधी,बहरी, गूंगी सरकार को चेतावनी देते आई है लेकिन कांग्रेस सरकार मदमस्त हाथी की तरह झूम रही है। आने वाले समय में जनता कांग्रेस सरकार को मुंहतोड़ जवाब देने वाली है। 

भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष जयंती पटेल ने कहा कि राजधानी रायपुर में परिवर्तन यात्रा को लेकर सारी तैयरियां पूर्ण हो चुकी है। राजधानी में लगभग 70 से ज्याद स्थानों पर स्वागत मंच बनाए जा रहे हैं। जगह जगह स्वागत द्वार तैयार हो रहे हैं। पूरी राजधानी को भाजपा के भगवा ध्वज के रंग से सजाया जा रहा है। जगह जगह पारंपरिक पद्धतियों, भारतीय संस्कति के अनुरुप स्वागत की रुपरेखा तैयार की गई है। इसके लिएभाजपा के पदाधिकारियों ,पार्षदों,कार्यकर्ताओं,जन प्रतिनिधयों को दायित्व सौंपे गए हैं। निश्चित रुप से यह परिवर्तन यात्रा प्रदेश में सत्ता परिवर्तन का मजबूत कारण बनने वाली है और छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार को वापस पेवेलियन लौटना ही पड़ेगा।